बाघों का आतंक जारी, नौ साल की रागनी को शेर ने बनाया निवाला
लखीमपुर खीरी। इंडो नैपाल सीमा से सटे पूरे तराई क्षेत्र में बाघों का आतंक जारी है वन विभाग के अधिकारी मूक दर्शक बन कर देख रहे हैं घटना के बाद धरना प्रदर्शनों को समाप्त कराने के लिए सम्बन्धित थानों की पुलिस झूठे आश्वासनों के बाद मामला रफ़ा दफा करा देती है पुनः दूसरे क्षेत्र में बाघ वारदात कर देता है।
बीती सायं कोतवाली निघासन के अन्तर्गत ग्राम मुरगहा ने बैल गाडी से पापा के साथ खेत गयी 9 साल की रागिनी को तब शेर गन्ने के खेत में उठा ले गया जब आस पास के पूरे क्षेत्र में किसान धान लगा रहे थे रागिनी के रोने की आवाज सुनकर दौड़े किसानों शेर के मुंह से रागिनी को निकाल लिया परंतु रागिनी को मरने से नहीं बचा पाये। क्षेत्र के गुस्साय किसानों को पुलिस ने समझा बुझाकर रागिनी शव का पंचनामा भरने के बाद पता चला कि बैल गाडी का एक बैल भी गायब है पूरे क्षेत्र में पुनः दहशत फ़ैल गई पुलिस ने रागिनी के शव को पोस्टमार्टम हेतु लखीमपुर भेज दिया है और वन विभाग के अधिकारी पूरे क्षेत्र की निगरानी में जुट गए हैं।