चिकित्सक के दलाल ने लगाया इंजेक्शन मरीज की मौत
लखीमपुर खीरी। जनपद की चरमराई स्वास्थ्य सेवाओं की कलई तब खुल गई,जब ज़िला अस्पताल मोतीपुर में उलटी दस्त के मरीज़ को डाक्टर के साथ पल रहे दलाल नौ सिखिये ने जैसें ही इंजेक्शन लगाया तुरन्त उसकी मौत हो गई। कोतवाली सदर के मोहल्ला रामनगर निवासी २७ साल के शिवम् के परिजनों ने हंगामा किया तो अस्पताल का माहौल गर्म हो गया और देखते ही देखते डाक्टर का पालतू दलाल मौक़े से भाग गया।बताते हैं पीएचसी सी एच सी,से लेकर ज़िला अस्पताल तक वार्ड ब्वाय से लेकर चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की भारी कमी है ।चिकित्सक अपने दलालों को पूरे पूरे वार्डों की जिम्मेदारी सौपे हुए हैं जो मरीजों पर अपना हाथ आजमा रहे हैं। यही नहीं दलाल इंजेक्शन लगाने से लेकर दवाईयां चोरी करने तक अपने काम को अंजाम देते हैं और अपने चिकित्सक के घरों तक पहुंचाने के लिए भारी रकम भी वसूलते हैं। वैसे तो प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में दर्जनों मेडिकल कालेज बनाने का दम भर रही है। परंतु अस्पतालों में डाक्टरों एवं कर्मचारियों की कमी को कतयी ध्यान नहीं दे रही है।दो वर्ष पूर्व ओयल मोतीपुर में बना ट्रामा सेंटर सीएचसी ओयल के प्रभारी डाक्टर ही चलाते रहे थे। मेडिकल कॉलेज के नाम पर जिला अस्पताल लखीमपुर को ट्रामा सेंटर स्थानांतरित किया गया है। इमरजेंसी लखीमपुर से स्थानांतरित होते ही लखीमपुर में हा हा कार मंच गया था। जनता की नाराज़गी को देखते हुए जिला प्रशासन ने इमरजेंसी को पुनः जिला अस्पताल में वापस बुला लिया है।