आईना को आईना दिखाना होगा, दिवंगत पत्रकार प्रमोद श्रीवास्तव के आखिरी बोल

उत्तर प्रदेश के पत्रकारों पर कोरोना का गंभीर रूप से संकट गहराता जा रहा है और कहीं ना कहीं इसके लिए 21 मार्च 2021 को विधानसभा प्रेस रूम में अवैध मतदाता सूची से सम्पन्न मान्यता समिति का चुनाव प्रमुख कारण है। उत्तर प्रदेश मानता प्राप्त संवाददाता समिति के चुनाव के लिए गठित चुनाव आयोग ने 21 मार्च 2021 को अवैध मतदाता सूची से तानाशाही रवैया से चुनाव तो संपन्न करा लिया लेकिन संवेदनशीलता, मानवता और कोविड-19 के प्रोटोकॉल को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया जिसका खामियाजा उत्तर प्रदेश के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को भुगतना पड़ रहा है।
चुनाव आयोग ने कोविड-19 के किसी भी नियम, मानकों को दर्शाते हुए न तो कोई सूचना जारी की और न ही मतदान, मतगणना स्थल पर थर्मल स्कैनिंग, सैनिटाइजर, मास्क का कोई इंतेज़ाम किया गया और न ही सोशल डिस्टनसिंग के कानून, मानकों का पालन किया गया जिसकी पुष्टि चुनाव के दौरान हुई वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी से की जा सकती है। दिनांक 16 मार्च 2021 को चुनाव आयोग के सदस्यों द्वारा चुनाव, नामंकन संबंधी दिशानिर्देश जारी किए गये जिसमें कोविड नियमावली के निर्देशों का उल्लेख भी नही किया गया ।
बुद्धिजीवियों के एक समूह ने गैरकानूनी रूप से ख़ुद को चुनाव आयोग घोषित कर दिया और अवैध मतदाता सूची से चुनाव तो सम्पन्न करा लिया लेकिन उत्तर प्रदेश के पत्रकारों को कोरोना के संकट में ढकेल दिया और तो और चुनाव आयोग की लापरवाही का बड़ा खामियाजा हम सब को भुगतना पड़ा जब हमारे प्रिय साथी प्रमोद श्रीवास्तव हम सब को अलविदा कह कर इस दुनिया से रुखसत हो गए लेकिन जाते जाते अपने आखिरी बोल आईना को आइना दिखाना होगा कह कर हमें आगे बढ़ने, संघर्ष करने का मूल मंत्र सिखा गए।
चुनाव आयोग की धांधली का खुलासा
क्रांतिकारी विचारधारा के हमारे मित्र, अनुज दिवंगत प्रमोद श्रीवास्तव उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के चुनाव 2021 में भारी मतों से विजय हुए थे लेकिन पूरी चुनावी प्रक्रिया को लेकर कहीं ना कहीं बुरी तरह आहत थे। बुद्धिजीवियों के इस चुनाव में जिस तरह धांधली, धन बल और कूटनीति का प्रयोग हो रहा था उसको लेकर उन्होंने मतगणना से पूर्व ही चाय पर चर्चा के दौरान काफी विस्तारपूर्वक जानकारी उपलब्ध कराई थी और इस पूरे प्रकरण पर ख़ुलासा करने की बात कही थी।
मतदान के दिन भाई प्रमोद श्रीवास्तव के व्यक्तित्व का निराला अंदाज़ सबको देखने और समझने को मिला, जहां प्रत्याशी रंगीन कार्ड, होल्डिंग, प्रलोभन, धन बल का प्रयोग कर रहे थे वहीं उनके द्वारा मतदान में भाग लेने वाले प्रत्येक साथियों के लिए पानी की बोतल के साथ चॉकलेट और गुलाब का फूल दिया जा रहा था। कार्यकारिणी सदस्य के पद पर स्वंय चुनावी मैदान में थे लेकिन अपने साथ ही दूसरे सदस्यों को भी वोट देने की अपील की जा रही थी और यही अनोखा प्यारा अंदाज़ था हमारे मित्र का जिसने उन्हें पत्रकारों में सर्वाधिक लोकप्रिय बनाया और परिणाम स्वरूप दिनांक 22 मार्च 2021 को प्रमोद श्रीवास्तव भारी मतों से जीत दर्ज कर मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के कार्यकारिणी सदस्य पद पर निर्वाचित हुए थे।
भारी मतों से मिली जीत की खुशियों को साझा करने आईना कार्यालय आये और आते ही कहा आईना ने आईना नही दिखाया, आईना से अपेक्षा थी जिस तरह चुनाव आयोग द्वारा नियमों को अनदेखा किया है और अनजान चेहरों द्वारा मतगणना में भाग लिया गया है ऐसे लोगों का खुलासा होना चाहिए, जिसके गले में जीत की माला पड़ी हो वो चुनाव में हुई धांधली के खुलासे की बात कर अपनी ही जीत को हार में बदलने की बात कर रहा था और आईना को आईना दिखाने की याद दिला रहा था।
नमन है ऐसी सोच को जो अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर चुनाव आयोग की कारगुजारी और अवैध मतदाता सूची से संपन्न हुए चुनाव को ही अवैध घोषित कर रहा हो और सम्पूर्ण चुनाव में हुई धांधली का खुलासा करने की बात पर जोर दे रहा था। शायद यही सोच आम इंसान को क्रांतिकारी भगत सिंह जैसी शख्सियत का कद प्रदान करती है, खुशी खुशी फाँसी के फंदे को भगत सिंह ने गले से लगा लिया और जीत की।माला को गले मे डालकर पूरे चुनाव आयोग की धांधली का खुलासा करने पर आमादा भाई प्रमोद श्रीवास्तव भी अपना नाम शहीदों में दर्ज करा गए।
प्रमोद श्रीवास्तव के असमय साथ छोड़े जाने की सूचना मिलने के बाद दिल बहुत व्यथित था और दिमाग काम नही कर रहा था, बस उनके आखरी बोल, आईना को आईना दिखाने का काम करना होगा, दिमाग में गूंज रहे थे। दिल को मजबूत किया, दिमाग को दुरुस्त किया और मान्यता समिति के चुनाव में हुई पूरी धांधली के खुलासे को कागजों में उतार दिया और दिल को सुकून देने के लिए रात में ही GPO से स्पीड पोस्ट के माध्यम से उत्तर प्रदेश शासन के अधिकारियों को भेज कर कलम।के सच्चे सिपाही प्रमोद श्रीवास्तव को श्रदांजलि अर्पित करी।
आईना ने तो आईना दिखाने का काम कर दिया अब उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के चुनाव के लिए घठित चुनाव आयोग के सदस्यों को अपनी अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर समस्त पत्रकार साथियों से माफी मांगनी चाहिए और अवैध मतदाता सूची से सम्पन्न कराए गए चुनाव को तत्काल प्रभाव से निरस्त करने का आदेश जारी कर दिवंगत पत्रकार प्रमोद श्रीवास्तव को सच्ची श्रदांजलि अर्पित करनी चाहिए।-अध्यक्ष, आईना