पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना का हुआ शुभारंभ

लोक भवन में पंडित दीनदयाल उपाध्याय राज्य कर्मचारी कैशलेस चिकित्सा योजना के शुभारंभ के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में राज्य कर्मचारियों के प्रति बड़ी ही सकारात्मक और उनके प्रति चिकित्सा क्षेत्र में होने वाली कठिनाइयों के विषय में बड़े ही सरलता के साथ, सरल भाव से बड़े ही शालीन रूप में संबोधन किया। आज ओजस्वी मुख्यमंत्री की सरल और मृदुभाषिता तथा सचेतक मुद्रा देखते ही बनती थी।
सीएम योगी ने कहा कि कैशलेस चिकित्सा कार्ड की मांग लंबे समय से थी।आयुष्मान भारत योजना में अन्त्योदय कार्ड धारकों को 5 लाख तक की चिकित्सा बीमा कवर दिया जा रहा है जो किसी भी अस्पताल में कराया जा सकता है।राज्य सरकार के कर्मचारियों को भी सरकारी और इम्पैनल्ड अस्पतालों में कैशलेस चिकित्सा के लिए स्टेटहेल्थ कार्ड देने का निर्णय लिया है जिससे अपने रोगो का कैशलेस इलाज असीमित रूप से कराया जा सकता है। उन्होंने कहा की लगभग 22 लाख कर्मचारी और पेंशनर्स को मिलाकर प्रदेश में लगभग 75 लाख लोगों को इसका लाभ मिलेगा। इस योजना को लागू करने वाला उत्तर प्रदेश देश का पहला राज्य बन गया है। जिसने अपने राज्य कर्मचारियों को यह सुविधा दी है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि, राज्य कर्मचारियों को हम अपने परिवार का अंग मानते हैं।कर्मचारियों को भी चाहिए कि वह जनता के हित के कार्य पूरे मनोयोग से करें।
जो कर्मचारी कार्य में समस्या बढाते हैं रिटायर्मेंट के बाद वह खुद समस्या में रहते हैं। अच्छा कार्य करने वालों को लोग रिटायर्मेंट के बाद भी लंबे समय तक याद रखते हैं।राज्य सरकार, कर्मचारियों के हितों के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।कोरोना काल में भी कर्मचारियों के हितों को प्रभावित नहीं होने दिया।समय से वेतन -पेंशन दिया गया।हम सब मिलकर राज्य की व्यवस्था को बेहतर तरीके से आगे बढ़ाएंगे ताकि यूपी आने वाले समय में देश का नंबर एक का अर्थव्यवस्था का राज्य बने।