पत्रकारों से किए गए दुर्व्यवहार पर आल इंडिया न्यूजपेपर एसोसिएशन (आईना) ने दिया राज्यपाल को ज्ञापन
लखनऊ, उत्तर प्रदेश में पत्रकारों के ऊपर हमले और फर्जी मुकदमें लगाये जाने के समाचार बढ़ते जा रहें हैं उसी क्रम में लखीमपुर में दिनांक 15.12.2021 को केन्द्र सरकार के गृह राज्य मंत्री श्री अजय मिश्रा उर्फ टेनी पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल पर नाराज हो गये और अपषब्द, अभद्र भाषा का प्रयोग करके न सिर्फ पत्रकार के माइक का तार खींचा बल्कि दूसरे पत्रकार का मोबाइल भी ले लिया तथा कुछ पत्रकारों को धक्का भी दिया जो कि पूरे देश के लिए अत्यंत शर्मनाक है और मीडिया जगत के लिए दिल दहलाने वाली घटना है, दिनदहाड़े भारी जनसमूह के बीच में जो व्यक्ति सत्ता के मद में चूर होकर पत्रकारों पर अभद्र भाषा और हमला करने की कोशिश करे तो रात के अंधेरे में अकेले जाते हुए पत्रकार साथियों की दषा का अन्दाजा लगाया जा सकता है।
ऑल इंडिया न्यूजपेपर एसोसिएशन (आईना), लखीमपुर में हुए पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार की भर्त्सना और निंदा करता है। यह अपमान समस्त पत्रकार समाज का अपमान है। लखीमपुर की घटना को प्रकाशित ना करने एवं सच्चाई को सामने ना लाने के लिए समूची पत्रकार बिरादरी को एक संदेश दिया गया है। जिसको लेकर ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन आईना के प्रदेश अध्यक्ष शेखर पंडित के नेतृत्व में एक ज्ञापन उत्तर प्रदेश राज्यपाल को दिया गया।
गृह राज्य मंत्री द्वारा किए गए दुर्व्यवहार और अपशब्दों की आईना संगठन ने कड़ी भर्त्सना और निंदा करते हुए राज्यपाल से पत्रकारों की सुरक्षा की मांग भी की है, जिसमें यह भी उल्लेखित किया गया कि प्रदेश के चौथे स्तंभ पर किए जा रहे हमलों और फर्जी मुकदमा में फंसाए जाने को लेकर संगठन , पत्रकार सुरक्षा कानून बनाए जाने की मांग करता है।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि लखीमपुर में पत्रकारों से किया गया दुर्व्यवहार, माइक छीनना, मोबाइल छीनने का प्रयास अपराध की श्रेणी में आता है। पत्रकारों का अपमान कर उनकी कलम पर कुठाराघात करते हुए सत्यता से विमुख करने की कुचेष्टा की गई है। जिसे पत्रकार समाज बर्दाश्त नहीं करेगा। यह अपमान किसी एक पत्रकार का ना होकर बल्कि पूरे प्रदेश के पत्रकारों पर कुठाराघात है, जिसका ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन कड़ी भर्त्सना और निंदा करती है।
ज्ञापन देने वालों में शेखर पंडित, अनिल तिवारी, संतोष कुमार, श्यामल त्रिपाठी, पी0पी0सिंह, परमजीत सिंह, संत प्रसाद शुक्ला, मिर्जा जमाल, राजू, शकील अहमद आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।