करोड़ों की संपत्ति हड़पने के लिए संदिग्ध परिस्थितियों में किरन फांसी के फंदे पर झूलती मिली
सबरजिस्ट्री कार्यालय के कर्मचारियों ने कम्प्यूटर ले जाकर जिला अस्पताल में की थी वसीयत
लखीमपुर खीरी(आमिर इक़बाल)। कंजूस का धन चांडाल खाते हैं,यह कहावत तब सही साबित हुई जब कोतवाली सदर से संबद्ध पुलिस चौकी एलआरपी के मोहल्ला बरखेरवा में 70 वर्षीय मृतक शकुंतला तीन एकड़ कृषि योग्य भूमि,एक बड़े मकान की मालिक व लाखों रुपयों के जेवरों से लदी व चार मोहरों से लदी,एक हांथ में डंडी पकड़ कर दर दर भीख मांग कर अपनी संपत्ति को बचाकर रखने वाली शकुंतला के मरते ही, लूटखसोट शुरू हो गई। जहां बरखेरवा में नेता के नाम से मशहूर महिला ने जगदीश व उसके बेटे अतुल व जगदीश की पत्नी सावित्री को शकुंतला के मरते ही घर में जबरन रखवा दिया था। तो वहीं बताते हैं बीमारी के दौरान जिला अस्पताल लखीमपुर में भर्ती होते ही शकुंतला से वसीयत कराने के नाम पर सब रजिस्ट्रार कार्यालय कम्प्यूटर सहित पूरे अमले ने नोटों के दम पर,रमेश जो अपने आपको पत्रकार बताता है, दूर के साढ़ू राजन जो अपने आप को बृंदाबन में मंदिर का पुजारी कथा वाचक कहता है राजन के नाम ,नोटों के दम पर वसीयत कराली थी।
मामला तब बिगड़ गया जब कौशल की बिटिया किरन ने शकुन्तला के तथा कथित देवर जगदीश के बेटे अतुल से विवाह करने से मना कर दिया। फिर क्या था तिरभवन लाल व उसकी दूसरी पत्नी शकुंतला द्वारा एक वर्ष की उम्र में गोद ली गयी किरन के ऊपर आफत के बादल मंडराने लगे।तीन दिन पूर्व जगदीश के बेटे अतुल ने मां सावित्री के समक्ष किरन की जमकर पिटाई की थी। तभी किरन को मारने का प्लान बना लिया था। अतुल की मां सावित्री कहती थी कि शकुंतला व उसके पति तिरभवन द्वारा गोद ली गयी किरन को ही संपत्ति मिलेगी।जिस कमरे में किरन फांसी पर लटकी मिली लोहे का दरवाजा ढीला था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार किरन को जबरन फांसी पर लटकाने के बाद ढीले दरवाजे के बेलन को साईकिल की तीली से खिसका कर बंद किया गया था। जिसको पुलिस ने धक्का मारकर लोहे का दरवाजा खोल दिया । यदि किरन फांसी लगाने से पहले दरवाजा बंद करती ,तो धक्का देने के बाद दरवाजा नहीं खुलता। तिरभवन लाल द्वारा बनाई गई संपत्ति को शकुंतला ने भीख मांग मांग कर बचा कर रखा था। लुटेरे ठगों ने नये नये षडयंत्र रच कर संपत्ति को हड़पने में लगे हुए हैं। यूं तो कोतवाली से संबद्ध पुलिस चौकी एल आर पी पुलिस ने किरन के शव का पंचनामा भरने के पश्चात शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा जहां पोस्टमार्टम कर रहे चिकित्सक ने किरन की मौत फांसी पर लटकने से होने की पुष्टि की है।