किंग्स वे, राजपथ और अब 14000 करोड़ के करामाती आंकड़े का कर्तव्य पथ !

गुजरात से आये प्रधानमंत्री मोदीजी और अहमदाबाद के मशहूर आर्किटेक्ट डॉ बिमल पटेल जब मिलकर बैठे साथ तो बना करामाती आंकड़े 14000 करोड़ का राजपथ से मुक्त होने की देशभक्ति योजना जिसका नाम है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट और इस योजना की लागत की लंबाई मात्र 3.2 किमी है। राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट का रास्ता जो राजपथ के नाम से जाना जाता था उसे ‘कर्तव्य पथ’ की पहचान देने के लिए 14000 करोड़ की ये मेकअप चेंजओवर योजना ही दिखाई देती है। कुछ ख़ास नया नही दिखता, अंडरपास तो बनाया गया है लेकिन आम जनता को करोड़ों की लागत से बने इस भूमिगत पथ से ज़्यादा फ़ायदा नही दिखता, दोनों ओर लॉन पहले भी थे लेकिन कर्तव्य पथ का बजट कहता है कि अब हरियाली थोड़ी ज़्यादा है। लाल-गुलाबी ग्रेनाइट पत्थर लगा दिए गए है, रौशनी पहले भी थी अब नई रंगबिरंगी लाइटें और नीली पीली रोशनी लगाने के बाद भी कर्तव्य पथ कुछ खास जगमगाता नज़र नही आता है लेकिन इंडिया गेट के पीछे छतरी के नीचे नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 28 फीट ऊंची प्रतिमा ज़रूर जगमगाती दिखती है, जो दर्शाती है कि 14000 करोड़ की रकम खर्च की गई है।
देखा जाए तो 14000 करोड़ बड़ी रकम लगती है लेकिन ये एक करामाती आंकड़ा भी है, बड़े बड़े उद्योगपतियों के लिए तो कुछ खास महत्व भी है 14000 करोड़ की धनराशि का। नीरव मोदी हो या सहारा समूह के राजसी अंदाज़ में ज़िंदगी जीने वाले सुब्रोतो रॉय सहारा सबको मिला है 14000 करोड़ का ही आसरा।
सहारा समूह को 14000 करोड़ की लक्ष्य प्राप्ति करने में करीब 11 साल लगे थे, वर्ष 1998 से 2009 के बीच अपने हज़ारों कर्मचारियों की।मदद से 1 करोड़ 98 लाख 39 हज़ार 939 भारतीयों की गाढ़ी कमाई को सुरक्षित निवेश का ख्वाब दिखाकर सुब्रोतो रॉय ने सहारा समूह की विलासता भरी जिंदगी जीने के।लिए जुटाए थे 14,000 करोड़ रुपये जिसे वापस मिलने की आस में जाने कितने देशवासी आंखों में सपना सजाए ज़िंदगी के कर्तव्य पथ पर दम तोड़ते नज़र आते है वहीं हीरा कारोबारी नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक से 14000 करोड़ का लोन लेकर अपने गुजराती कनेक्शन की मदद से देश छोड़कर विदेशी पथ पर अपना कर्तव्य निभा रहे है।
सुब्रोतो रॉय सहारा ने देश की जनता की कमाई पर 14000 करोड़ का डाका डाला तो नीरव मोदी ने देश के बैंक से 14000 करोड़ का माल कमाया लेकिन देश के एक बड़े उद्योगपति घराने रिलायंस ने 14000 करोड़ की बयाना राशि जमा (ईएमडी) देकर 5 जी स्पेक्ट्रम नीलामी के साथ 5जी युग की ओर एक बड़ा कदम उठाया जो गौतम अडानी (Gautam Adani) द्वारा जमा कराई गई राशि से 140 गुना ज्यादा थी लेकिन इसमें भी बड़ा खेल था। 5G Spectrum के लिए अग्रिम राशि (Earnest Money Deposit) के आधार पर दिए गए अंकों को देखें तो Reliance Jio को सबसे अधिक 1,59,830 अंक दिए गए हैं. वहीं Adani Data Networks को 1,650 के अंक मिले हैं और रिलायंस जियो के लिए 14 का आंकड़ा भी फायदेमंद है।
सिर्फ उद्योगपतियों के लिए ही नही राजनीति मे।भी दिखता है 14000 करोड़ का आंकड़ा, राजस्थान की गहलोत सरकार ने आम आदमी को राहत देने और विकास की गति को बनाए रखने के लिए सहकारी बैंकों के 14,000 करोड़ रुपये के कृषि ऋण माफ किए गए हैं। देश में बैंकों से 14000 करोड़ का घोटाला हो रहा है, 14000 करोड़ के लोन माफ हो रहे है ऐसे में विदेशी निवेशकों की बिकवाली का सिलसिला भी लगातार जारी है और अभी हाल।के।महीनों में ही विदेशी निवेशकों ने शेयर मार्केट से निकाले है 14,000 करोड़ रुपये और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने देश के सम्मान और गुलामी की हर चीज़ से मुक्त करने के लिए बनाए गए कर्तव्य पथ पर खर्च होंगे 14000 करोड़ रुपये जिसका नाम अंग्रेजों ने वर्ष 1911 में किंग जॉर्ज V के सम्मान में ‘किंग्स वे’ रखा था क्योंकि देश की राजधानी को कोलकत्ता से बदलकर इसी वक्त दिल्ली को राजधानी बनाया गया था और अंग्रेज़ी हुकूमत ने केवल अपने राजा के चलने के लिए बनाए गए इस रास्ते का नाम।किंग्स वे रखा था लेकिन देश की आज़ादी के बाद वर्ष 1955 में नेहरू जी ने किंग्सवे का नाम बदलकर राजपथ रख दिया था तो फिर कर्तव्य पथ बनाने के लिए 14000 करोड़ खर्च करने की क्या आवश्यकता थी ये एक।बड़ा सवाल भी है, कहीं ऐसा तो नही कि आने वाले कल में ये भी सिर्फ राजा के चलने वाला मार्ग न बन जाये और आम जनता के लिए इस मार्ग को बंद कर दिया जाएगा।-डॉ मोहम्मद कामरान (स्वतंत्र पत्रकार)

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