निघासन में दलित बेटियों की हत्या दबोचे गए
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि, गुप्तांग में मौजूद गन्दगी की स्लाइड बनाईं गई
लखीमपुर खीरी(आमिर इक़बाल )। आखिरकार कोतवाली निघासन पुलिस ने मनीशा एवं पूजा के हत्यारों को दबोच कर राहत की सास ली है निघासन पुलिस ने दोनों दलित बिटियो का तीन डाक्टरों के पैनल से वीडियोग्राफी के साथ पोस्टमार्टम कराया था।
पोस्टमार्टम कर रहे चिकित्सकों के पैनल ने दोनो बिटियो की मौत दुपट्टे से गला कसके खींचने से कसने ने से होने मौत होने की पुष्टि की है पोस्टमार्टम कर रहे चिकित्सकों ने बलात्कार की पुष्टि के लिए गुप्तांग में मौजूद गन्दगी की स्लाइड भी बनवाईं है।घटना की सूचना पाते ही पुलिस के होश उड़ गए निघासन पुलिस छावनी में तब्दील हो गया मृतकों की मां दुआरा दी गई सूचना पर पुलिस ने नामजद छोटू पुत्र चेतराम को उठा लिया फिर क्या था।
छोटू ने पुलिस को बताया कि उसी ने जुनैद, सुहेल, हफीजुर्रहमान की दोस्ती मृतका की मां माया से कराई थी दोस्ती बढ़ते बढ़ते मनीषा और १४ साल की पूजा तक पहुंच गये थे घटना के दिन दोपहर से ही दोनों बहनें अपने दोस्तों के साथ थीं मामला तब बिगड़ गया जब दोनों बहनों ने रगलीलिया मनाने के बाद शादी करने पर उतरु हो गयी और पूरा मामला बिगड़ गया अपनी जान बचाने के लिए दोनों ने मनीषा व पूजा की हत्या कर दी।
हत्यारों ने अपना गुनाह छुपाने के लिए दोस्त कलीमुद्दीन और आरिफ़ को फोन कर के बुलाया तब हत्यारों ने किसी तरह एक दुपट्टे से दोनों के गले से कस कर खेर के पेड़ में लटका दिया।सभी हत्यारे व उनकी मदद करने वाले पुलिस हिरासत में है। मज़े की बात तो यह है कि मृतकों की मां माया ने पुलिस को दी गई तहरीर में जो अपहरण की बात कही थी पूरी तरह से गलत साबित हुई।