फिर दर्ज हुआ पत्रकार पर झूठा मुकदमा
उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के कार्यालय आदेश को भी नही मानते , जैसा कि विदित है, कई संगठनों की मांग के बाद यह नियम बनाया गया था कि किसी भी पत्रकार के खिलाफ दर्ज मुकदमे या शिकायती पत्र से पूर्व उसकी सत्यता की जांच कराने के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। ऐसे आदेश की प्रतियां लगभग सभी थानों में हैं।
पत्रकारों के खिलाफ शिकायती पत्र पर जांच किये जाने के आदेश को दरकिनार कर राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त पत्रकार एवं आईना संगठन के पूर्व अध्यक्ष शशि नाथ दुबे के विरुद्ध फर्जी मुकदमा लिखे जाने की आईना द्वारा न्यायिक जांच की मांग की जाती है।
फिल्मी दुनिया से जुड़े मकसूद आलम और महबूब आलम जुड़वा भाइयों की कहानी भी फिल्मी अंदाज के खलनायक से कम नहीं है। दोनों भाइयों की सूरते मिलने का फायदा एक दूसरे को मिलता है। वही उत्तर प्रदेश सरकार की फिल्म नीति के प्रोत्साहन को मुंबई नगरी में अपने एक अलग अंदाज से प्रचारित प्रसारित करने का काम किया जाता है और उनके अनोखे अंदाज़ का खुलासा जब वरिष्ठ पत्रकार श्री नाथ दुबे द्वारा किया गया तो दोनों भाइयों ने एक पत्रकार को सबक सिखाने के लिए पुलिस का सहारा लेकर एक फर्जी मुकदमा लिखवा दिया। जैसा की ज्ञात है, इस मुकदमे के लिखे जाने से 20 दिन पूर्व ही शशिनाथ दुबे द्वारा शासन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को इन दोनों भाइयों की करतूतों का कच्चा चिट्ठा भेजा जा चुका था। जिसमें इनसे संबंधित सभी मामलों का खुलासा भी किया गया था। जिसकी जांच होने पर कड़ी कार्रवाई होना सुनिश्चित है, लेकिन पूरे मामले को एक अलग ही दिशा देने की नियत से एक ऐसा मुकदमा लिखाया गया जिसकी धरातल पर कोई सच्चाई नहीं है। मुकदमे की घटना जिस जगह दिखाई गई है वहां पर शशिनाथ दुबे द्वारा ना तो वहां जाने का कोई प्रमाण मिलता है और ना ही प्रत्यक्ष रूप से कोई गवाह , इस प्रकरण में ऐसा सिद्ध होता है की सोशल मीडिया पर सिर्फ बदनाम करने के लिए मुकदमा लिखाया गया है। साथ ही साथ शशि नाथ दुबे द्वारा की गई शिकायत को वापस लेने का दबाव भी बनाया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश की पत्रकारिता जगत में राज्य मुख्यालय मान्यता प्राप्त समिति के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी के रूप में भी शशि नाथ दुबे अपनी किस्मत को अजमा चुके हैं और पत्रकारों के बीच अति लोकप्रिय होने के साथ-साथ हिंदुस्तान के सभी बड़े समाचार पत्रों में इनके लेख पढ़े जा सकते हैं। यही नहीं उत्तर प्रदेश के सटीक चुनावी विश्लेषण के संबंध में उनका नजरिया टीवी चैनलों के डिबेट कार्यक्रम में भी सुना और देखा जा सकता है।
ऑल इंडिया न्यूज पेपर एसोसिएशन (आईना) के संस्थापक सदस्य और अध्यक्ष के रूप में शशि नाथ दुबे ने समाचार पत्रों से जुड़े अनेक युवा साथियों को समाचार पत्रों की कवरेज संबंधी बारीकियों का ना सिर्फ प्रशिक्षण दिया है बल्कि उनके सिखाए हुए कई नवयुवक आज हिंदुस्तान के बड़े-बड़े मीडिया संस्थानों पर कार्यरत हैं। ऑल इंडिया न्यूज़ पेपर एसोसिएशन , जिस तरीके से जुड़वा भाइयों ने एक साजिश के तहत शशि नाथ दुबे को यूट्यूब पर पत्रकार के रूप में बदनाम करने का, सोशल मीडिया पर ताना-बाना बुना है, आईना उसकी निंदा करता है और पुलिस आयुक्त महोदय से इस पूरे प्रकरण पर गंभीरता से किसी उच्च अधिकारी से जांच कराए जाने की मांग करता है।