उत्तर प्रदेश नहीं देखा तो इंडिया नहीं देखा
“ऐतिहासिक और अतुलनीय लोक संस्कृतियों का संगम उत्तर प्रदेश आध्यात्मिक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। यह एक अद्भुत पर्यटन स्थल है।”
आज 42वां विश्व पर्यटन दिवस मनाया जा रहा हैं। विश्व पर्यटन दिवस मनाने की खासियत यह है कि पर्यटन दिवस के महत्व को समझाने और हर साल लोगों को विभिन्न तरीकों से जागरूक करने के लिए अलग-अलग थीम रखी जाती है, जिससे देश-विदेश के नागरिक पर्यटन से जुड़ने लगते हैं और वो दूसरे देश या जगह पर घूम-फिर कर रोमांचित होते है और अपनी खुशियों का इजहार करते हैं।
आईना के लिए गर्व का पल है जब आईना के प्रदेश संयोजक आलोक निगम द्वारा विश्व पर्यटन दिवस के शुभ अवसर पर एमिटी यूनिवर्सिटी और पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित सेमिनार में प्रदेश सरकार की पर्यटन नीतियों के बारे में व्यापक रूप से चर्चा परिचर्चा में भाग लिया।
एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ कैंपस में आयोजित किया जा रहे इस दो दिवसीय कार्यक्रम में मुख्या आयोजिका डॉ कुमकुम राय, निदेशक भाषा विभाग, एमिटी यूनिवर्सिटी, लखनऊ, पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह जी, पर्यटन विभाग के अधिकारी तथा , आईएटीवो यू0पी0 चेयरमैन श्री प्रतीक हीरा ने सहभागिता दर्ज की है।
आईना संयोजन आलोक निगम के वर्षों से उत्तर प्रदेश के वेटेरन अंतरराष्ट्रीय ट्रैवेल सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं और प्रदेश में विदेशी पर्यटको की नीती को बढ़ावा देने के लिए मंत्री जयवीर सिंह के प्रयासों की सराहना करते हुए बताया कि काशी, अयोध्या और वृंदावन को लेकर सरकार की नीतियों को विदेशमें प्रचार प्रसार कराए जाने की आवश्यकता है और पत्रकारो के विशेष दल को आमंत्रित करके इन स्थानों के भ्रमण कराए जाने संबंधी प्रस्ताव भी रखा गया।