दावते खास हुई आम की दावत
आईना परिवार के सक्रिय सदस्य ग्राम सदरौना के निवासी आईना टुडे के संवाददाता भाई फिरोज खान ने अपने पुश्तैनी आम के बाग में आईना परिवार को दावत ए आम की दावत दी थी। जिसमें आईना परिवार के शीर्ष पदाधिकारी और प्रदेश के पदाधिकारियों ने बड़े ही अपनत्व के साथ आम की बाग में पहुंचकर आम और जामुन का रस्वादन किया। वैसे तो यह दावत खासो आम थी, जो कत्लेआम से पूरी हुई। एक कहावत याद आ गई दिल तो पागल है,, पर यह पागलपन अगर बचपन की यादों के साथ उनकी स्मृतियों में होते हुए पूरा किया जाए तो, बड़ा ही निराला दृश्य होता है। ऐसा ही आज कुछ दृश्य आम के बाग में देखने को मिला।
हमारे सभी साथियों ने बचपन याद करते हुए पेड़ों पर चढ़कर आम का स्वाद चखा और किलकारियां भरी जिसे देख कर बहुत ही अच्छा लगा। जो सबसे विशेष बात थी, वह थी, बरसात के मौसम की पहली बरसात का भी आनंद लेने का सौभाग्य मिला।
आम के बाग में सोंधी सोंधी मिट्टी की खुशबू के साथ आम और जामुन खाने का मजा ही कुछ और था। आज बरसों बाद हम सभी ने बाग की सोंधी सोंधी खुशबू का भी आनंद लिया ऐसी सोंधी मिट्टी की खुशबू जिसके आगे सारे सेंट बेकार से लगे।
जिसके लिए मैं आईना परिवार की ओर से फिरोज भाई का आभार व्यक्त करता हूं। जिन्होंने अपनी मेहमान नवाजी में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।
सबसे खास बात यह रही आम की दावत के बाद फिरोज भाई ने अपने आवास पर सभी लोगों के खाने का बढ़िया इंतजाम किया था, जिसमें विशेष रूप से बेसन की रोटी कटहल की सब्जी विशेष प्रकार से बनाई गई करेले की सब्जी, चटनी और वेज बिरयानी का इंतजाम किया गया था। वह सभी स्वादिष्ट और लजीज व्यंजन बने थे जिसके रस्वादन के बाद सभी ने उन व्यंजनों की तारीफ की ।